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First India Soft Hockey League 2024
जयपुर, 9 से 12 दिसंबर तक जयपुर में आयोजित होने वाली पहली इंडिया साफ्ट हॉकी लीग (ISHL) की शुरुआत होने जा रही है। इस लीग में 12 टीमों के बीच कुल 22 मैच खेले जाएंगे, और यह टूर्नामेंट सवाई मानसिंह इंडोर स्टेडियम में आयोजित होगा। यह आयोजन खास इसलिए है क्योंकि यह खेल की पहली नेशनल लीग है, जिसे केवल तीन साल में सफलतापूर्वक स्थापित किया गया है। इस लेख में हम आपको इस लीग के आयोजन, टीमों और मैचों की पूरी जानकारी देंगे, साथ ही इस खेल के ऐतिहासिक महत्व पर भी चर्चा करेंगे।
टूर्नामेंट की शुरुआत और ड्रॉ का खुलासा
लीग का पहला मैच 9 दिसंबर को रॉयल चैलेंजर राजस्थान और यूपी राइडर्स के बीच खेला जाएगा, जो दोपहर 1 बजे से शुरू होगा। इस दौरान पुरुष और महिला वर्ग के फाइनल 12 दिसंबर को खेले जाएंगे। इस लीग का ड्रॉ शुक्रवार को आरसीए एकेडमी में आयोजित एक कार्यक्रम में निकाला गया, जिसमें एमेच्योर सॉफ्ट हॉकी फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष संदीप चौहान, लीग चेयरमैन संजय पाटनी, और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।
पुरुष और महिला वर्ग की टीमें
इस लीग में पुरुष वर्ग में 8 और महिला वर्ग में 4 टीमें हिस्सा लेंगी। पुरुष वर्ग को दो समूहों में विभाजित किया गया है:
- ग्रुप A: यूपी राइडर्स, रॉयल चैलेंजर राजस्थान, महाराष्ट्र ड्रेगन्स, दिल्ली फाइटर्स
- ग्रुप B: पंजाब लॉयन, पावर स्ट्राइकर उत्तराखंड, स्टार ऑफ चंडीगढ़, हरियाणा बिग बुल
महिला वर्ग में चार टीमें शामिल हैं, जो आपस में मुकाबला करेंगी और फिर शीर्ष पर रहने वाली दो टीमें फाइनल में पहुंचेंगी।
पहले दिन का कार्यक्रम
लीग के पहले दिन छह रोमांचक मैच होंगे:
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पुरुष वर्ग:
- यूपी राइडर्स बनाम रॉयल चैलेंजर्स राजस्थान
- महाराष्ट्र ड्रेगन्स बनाम दिल्ली फाइटर्स
- पंजाब लॉयन बनाम पावर स्ट्राइकर उत्तराखंड
- स्टार ऑफ चंडीगढ़ बनाम हरियाणा बिग बुल
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महिला वर्ग:
- दो मुकाबले खेले जाएंगे।
A Major Achievement in Three Years_तीन साल में बड़ी उपलब्धि
संदीप चौहान ने बताया कि इस खेल को सिर्फ तीन साल में राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करना एक बड़ी उपलब्धि है। जयपुर में ही शुरू हुए इस खेल को अब भारत के साथ-साथ 22 देशों में खेला जा रहा है। एमेच्योर सॉफ्ट हॉकी फेडरेशन के महासचिव रमेश सिंह और अन्य पदाधिकारियों ने इस विकास को ऐतिहासिक कदम बताया है।
विक्रांत यूनिवर्सिटी और फेडरेशन के बीच एमओयू
इस महत्वपूर्ण आयोजन के दौरान विक्रांत यूनिवर्सिटी और एमेच्योर सॉफ्ट हॉकी फेडरेशन के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। इसके तहत, दोनों संगठन सॉफ्ट हॉकी के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने, खिलाड़ियों के लिए बेहतर प्रशिक्षण सुविधाएं उपलब्ध कराने, और खेल को प्रोत्साहित करने के लिए मिलकर काम करेंगे। विक्रांत यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. अमेरिका सिंह ने कहा कि इस साझेदारी से विश्वविद्यालय के छात्रों और खिलाड़ियों को नए अवसर मिलेंगे।
निष्कर्ष
पहली इंडिया साफ्ट हॉकी लीग न केवल इस खेल के लिए एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित हो रही है, बल्कि इससे भारतीय सॉफ्ट हॉकी को एक नई दिशा मिल रही है। इस टूर्नामेंट के जरिए न केवल खिलाड़ी अपनी क्षमताओं को साबित करेंगे, बल्कि यह खेल के प्रति जागरूकता और प्रेम को भी बढ़ावा देगा। एमेच्योर सॉफ्ट हॉकी फेडरेशन और विक्रांत यूनिवर्सिटी की साझेदारी इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
आशा है कि इस लीग से भारतीय सॉफ्ट हॉकी को वैश्विक स्तर पर पहचान मिलेगी और यह खेल युवा पीढ़ी के बीच लोकप्रिय बनेगा।